पोषण और स्वास्थ्य-खनिज लवण – Complete Notes for Female Supervisor

खनिज लवण Mineral Salts
धातु, अधातु एवं उनके लवण खनिज लवण (Mineral Salts) कहलाते हैं। ये हमारे शरीर का लगभग 4% भाग बनाते है।

खनिज लवण दो प्रकार के होते हैं-

वृहद पोषक (Macronutrients)
सुक्ष्म मात्रिक (Micronutrients)

 

1. वृहद पोषक (Macronutrients)
इन तत्वों की शरीर को अधिक मात्रा में आवश्यकता होती है। जैसे– Ca, P, K, S, Na, Cl और Mg
2. सुक्ष्म मात्रिक (Micronutrients)
इन तत्वों की शरीर को बहुत कम मात्रा में आवश्यकता होती है। जैसे– I, Fe, Co, F, Mo और Fe

 

 

यह एक अकार्बनिक पदार्थ (Inorganic Substances) है।
मानव शरीर में लगभग 65-70 प्रतिशत जल होता है।
य़ह पसीने एवं वाष्पन द्वारा शरीर का ताप नियंत्रित करता है।
यह पाचन, परिवहन एवं उत्सर्जन में सहायक होते है।
इसके मुख्य स्त्रोत उपापचयी जल, तरल भोजन एवं पीने का जल है।
इसकी कमी से निर्जलीकरण (Dehydration) हो जाता है।

 

खनिज लवण के स्त्रोत :– नमक, पालक, हरी पत्ते वाली सब्जी, सेव फल, सभी प्रकार के भोजन आदि।

खनिज लवण के कार्य :- ऊतकों के निर्माण में, हड्डियों को मजबूत करने में आदि।

विटामिन, विटामिन, Poshan का ही एक भाग है। हमारे शरीर के लिए ऑक्सीजन, पानी, भोजन,वसा, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट सभी जरुरी होता है। वैसे ही कम मात्रा में ही सही, लेकिन विटामिन (Vitamin) भी हमारे शरीर के लिए बहुत जरुरी होता है। 

विटामिन की कमी से बहुत सी बीमारियों का शिकार हो सकते है। 

विटामिन के बारे में खास बात यह है की, विटामिन हमारा शरीर खुद से नहीं बनाता या बहुत कम मात्रा में बनता है। ऐसे में विटामिन के बाहरी स्रोत (Vitamin ke Strot) लेना हमारे लिए जरुरी है जो भोजन से मिलता है।




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